चर्चित कोश और कोशकार
इंग्लिश -हिंदी /हिंदी – इंग्लिश थिसॉरस और डिक्शनरी :
संसार में कोशकारिता का एक नया कीर्तिमान
लेखक : डॉ.विजय कुमार मल्होत्रा और डॉ.वशिनी शर्मा
द पेंगुइन इंग्लिश-हिंदी /हिंदी-इंग्लिश थिसारस ऐंड डिक्शनरी
THE PENGUIN ENGLISH-HINDI/HINDI-ENGLISH THESAURUS & DICTIONARY
BY ARVIND KUMAR & KUSUM KUMAR
COMPUTER PROGRAMMING AND DATA CONVERSION DR SUMEET KUMAR
Published by Pegnuin Books India
डॉ.अरविंद कुमार और श्रीमती कुसम कुमार का यह उल्लेखनीय कोशकार्य थिसॉरस और डिक्शनरी के क्षेत्र की अनूठी उपलब्धि मानी जानी चाहिए।
Part 1
English–Hindi/Hindi–English Thesaurus इंग्लिश-हिंदी/हिंदी-इंग्लिश थिसारस
Part 2
English–Hindi Dictionary and Index इंग्लिश-हिंदी डिक्शनरी ऐंड इंडैक्स
Part 3
Hindi–English Dictionary and Index हिंदी-इंग्लिश डिक्शनरी ऐंड इंडैक्स
- रोजेट के अंग्रेज़ी भाषा के थिसॉरस से (1952) 257,853 अंग्रेज़ी और 290,477 हिंदी के शब्द
- संस्कृत भाषा का अमरकोष( 6ठी से 10 शताब्दी ई.पू. के बीच किसी समय) जो तत्कालीन सामाजिक –सांस्कृतिक संदर्भों पर आधारित था।
- नोह वेबस्टेर के A Compendious Dictionary of the English Language (1806)
- सर मोनियर विलियम्स की संस्कृत –इंग्लिश डिक्शनरी (1872)
अरविंद जी के अपने ही शब्दों में इस थिसॉरस और कोश के प्रयोक्ता हैं-
In the way, our bilingaul thesaurus is conceived, in a computer program it will be of great use to those who have to work in Hindi either/or Englsih languages and at times are translating from one language to another. It will also be of great use to the genNext. It has been educated in Englsih-medium schools and most of the time is at a loss to get the right Hindi word for an English word. To fulfill their need, such an application will have to give another set of drop down list--in the other language. Thus the user will get four books at his command--1. English-Hindi Thesaursus, 2. Hindi-English Thesaurs, 3. English Hindi Dictionary, 4. Hindi English Dictionary.
- .उन हिंदी भाषियों के लिए जो आज के समाज की इच्छाओं के अनुरूप अपना अंग्रेज़ी ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं।
- और उन अहिंदी भाषियों के लिए जो हिंदी सीख रहे हैं ।
- उन के लिए जो किसी एक या दोनों भाषाओं को सीख रहे हैं या सीखना चाहते हैं
- उन सभी विदेशियों द्वारा जो दक्षिण एशिया से संबद्ध कार्य कर रहे हों
- अनुवादकों और पत्रकारों द्वारा
- इंडो लॉजी के क्षेत्र में कार्य कर रहे शोध छात्रों द्वारा
- IITs /IIITs में भारतीय भाषाओं पर NLP (Natural Language Processing) के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति
अपने क्षेत्र और विस्तार में यह अन्य द्विभाषी थिसॉरस या कोशों से बहुत आगे है
- कोश और थिसॉरस के क्षेत्र अलग-अलग हैं.
- शब्दकोश शब्द को अर्थ देता है,
- थिसॉरस अर्थ को, विचार को, शब्द देता है. लेकिन यह ग्रंथ तो उसे परिभाषित भी करता है।
उदाहरण के लिए,
अद्वैतवाद भारतीय दर्शन का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, लेकिन क्या इसे मात्र monism शब्द से समझाया जा सकता है ?
अरविंद जी ने इसे परिभाषित भी किया है....
God and the universe are one,
nature and God are one,
reality is an organic whole,
there is only one ultimate substance,
universe and God are one.
यह एक समृद्ध अंतःसांस्कृतिक कोश है
यह समान और विपरीत संकल्पनाओं के लिए अनेक उद्धरण .लघु परिभाषाएँ ,उदाहरण और नमूने उपलब्ध कराता है ताकि एक पाठक किसी शब्द में निहित अर्थ को ठीक से और गहराई से समझ सके और ग्रहण कर सके ।
SOLAR SYSTEM और सौर मंडल दो भिन्न परिवेशों और संस्कृतियों में विकसित विज्ञान हैं, लेकिन अरविंद जी ने ग्रहों या Planets से संबंधित संकल्पनाओं को आमने-सामने रखकर वैज्ञानिक रूप में सूर्य से उनकी दूरी के आधार पर क्रमबद्ध करने का प्रयास भी किया है......
- 5. SOLAR SYSTEM
- सौर मंडल
- 5.33. planet(s) n (away from the sun), 1 Mercury, 2 Venus, 3 Earth, 4 Mars, 5 Jupiter, 6 Saturn, 7 Uranus, 8 Neptune, 9 Pluto.
- 5.33. ग्रह (सूची) सं (सूर्य से दूरी क्रम), 1 बुध, 2 शुक्र, 3 पृथ्वी, 4 मंगल, 5 बृहस्पति, 6 शनि, 7 यूरेनस, 8 वरुण, 9 कुबेर.
इस तरह यह एक लघु /मिनी एनसाक्लोपीडिया की तरह भी प्रयुक्त हो सकता है । वैसे भी आज संपूर्ण विश्व केवल अंग्रेज़ी और हिंदीभाषी समाज तक ही सीमित नहीं रह गया है। सभी समाज सामान्य ज्ञान का आधार बनाने में अपनी अपनी तरह से योगदान कर रहे हैं ।
nebula n cloud cluster, galactic nebula, galactic vapour, nebulae (pl), ++Andromeda nebula, ++Crab nebula, ++Lyra nebula, ++Orion nebula, ++galaxy, ++Milky Way.
1.1313. नीहारिका सं ज्योति धुंध, ज्योति पुंज, तारा धुंध, तारा स्तवक, नक्षत्र कुहेलिका, नैब्युला, ब्रह्मांडीय धूल गुच्छ, ++ कर्क नीहारिका, ++ ध्रुव मत्स्य नीहारिका, ++मृग नीहारिका, ++वीणा नीहारिका, ++आकाश गंगा, ++मंदाकिनी.
1.1414. galaxy n cosmic system, island universe, ++cosmos, ++Milky Way, ++nebula, ++star cluster.
1.1414. मंदाकिनी सं आकाश गंगा, आकाशीय कुंडली, गैलेक्सी, सुरसिंधु, ++आकाश गंगा, ++ तारागुच्छ, ++ नीहारिका, ++ब्रह्मांड.
1.1515. Milky Way n galactic circle, galaxy, our galaxy, ++cosmos, ++Ganga river, ++nebula.
1.1515. आकाश गंगा सं अंजुमन, आकाश गंगा मंदाकिनी, कहकशाँ, खगंगा, मिल्की वे, व्योमगंगा, स्वर्गगंगा, स्वर्सरिता, हमारी मंदाकिनी, ++ गंगा नदी, ++ नीहारिका, ++ब्रह्मांड.
दो भाषाओं के पर्यायवाची और विलोमवाची विवरण होने के अलावा यह एक समृद्ध अंतःसांस्कृतिक कोश है ।
अस्तित्व की दुनिया (Realm of Existence)
1. लोक सं जहाँ, जहान, ज़ोन, दुनिया, देश, भुवन, मंडल, विश्व, संसार, स्थान, ++ तीन लोक, ++ दो लोक, ++पाताल लोक, ++सात पाताल, ++सात लोक, ++इहलोक, ++सृष्टि.
5. पाताल लोक सं अधोभुवन, अधोलोक, तललोक, नागलोक, नीचे का लोक, पाताल, बलिवेश्म, भूतल, रसातल, ++ गड्ढा, ++यमलोक.
6. इहलोक सं असार संसार, आवागमन चक्र, आवागमन लोक, कर्मक्षेत्र, जगत, ज़मीन, जहान, जीवलोक, दुःखलोक, दुःखायतन, दुनिया, नरलोक, परदाए ख़ाक, पृथ्वीलोक, भवलोक, भवसागर, मर्त्यलोक, मानव जीवन, मायालोक, मिथ्यालोक, मृत्युलोक, लीलास्थली, संसार, ++आवागमन चक्र, ++ जीवन, xxपरलोक, xxमोक्ष.
8. परलोक सं अपरलोक, अमृत्य, अमृत्यलोक, आक़बत, आख़िरत, जीवांतर लोक, दूसरी दुनिया, मृत्यूपरांत लोक, लोकांतर, वह दुनिया, ++ नरक, ++स्वर्ग, ++मृत्यु, xxइहलोक.
4.10 यमलोक सं अदम, अदम आबाद, जमधानी, जमपुर, जमपुरी, जमलोक, प्रेतपुर, प्रेतपुरी, प्रेतलोक, मृत्युलोक, मृत्यूपरांत लोक, यमपुर, यमपुरी, यमालय, ++ नरक, ++स्वर्ग, ++परलोक, ++पाताल लोक, ++यमराज, ++लीथी, ++वैतरणी.
11. वैतरणी सं उष्ण नदी, प्रेतनदी, यमलोक नदी, ++लीथी.
4.12 लीथी सं यमलोक नदी, विस्मरण नदी, विस्मरणी, ++वैतरणी.
4.20 स्वर्ग नरक के मध्य लोक सं अनंत आवास, न स्वर्ग न नरक, मध्य लोक, लिंबो, ++ नरक, ++मोक्षलोक.
लिंबो पूर्णतः अभारतीय संकल्पना है । यहाँ यह भारतीय वैतरणी , यमलोक , और पाश्चात्य लीथे ,जो कि एक काल्पनिक स्थान की संकल्पना है ,जहाँ एक आत्मा इस और उस संसार के बीच निवास करती है । तथ्य यह है कि इस शीर्षक के अंतर्गत अधिकांश संकल्पनाएँ काल्पनिक हैं और अध्यात्म से सबद्ध हैं ।
इस ग्रंथ में किसी-किसी उपशीर्षक में सूचियाँ दी गई हैं. इनका उद्देश्य है किसी एक ही कोटि के अंतर्गत आने वाली सभी वस्तुओं में परस्पर संबंध बनाना......
- पुष्प सूची के कारण यदि पाठक के पास गुलाब शब्द है तो उसे गेंदा, कमल के साथ साथ विदेशी फूल डैफ़ोडिल का नाम भी अकारादि क्रम से मिल जाएगा.
- हम कह सकते हैं अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक जानकारी में परस्पर संबंधों की स्थापना.
flower(s) n balsam, begonia, bluebell, bluebonnet, buttercup, calendula, carnation, celandine, champa, China rose, chrysanthemum, cockscomb, daffodil, dahlia, daisy, flower-of-an-hour, forget-me-not, gardenia, geranium, gladiola, goldmohur, hollyhock, honeysuckle, jasmine, Jasminum arborescens, Jasminum aurilculatum, jonquil, laburnum, lady eleven, lady slipper, lilac, lotus, madhavi, magnolia, mahua, malati, marigold, maulsiri, maulsri, mayflower, mogra, morning glory, nagchampa,narcissus, nasturtium, orchid, palash flower, pansy, petunia, poinsettia, pompon, primrose, rajanigandha, rose, shirish, shoe flower, siris, sunflower, touch-me-not,trumpet flower, tuberose, tulip, zinnia.
- पुष्प (सूची) सं अमलतास, अरग़वान, आर्किड, इश्कपेचा, कनेर, कमल, कमलिनी, कारनेशन, कुमुद, कुसुम, केतकी, कैलंडुला, गार्डीनिया, गुल अकीक, गुल अनार, गुल अब्बास, गुल केश, गुल खरा, गुल चाँदनी, गुल ज़ाफ़री, गुल दाऊदी, गुल दुपहरिया, गुल नार्फ़मां, गुल बकावली, गुल मेहँदी, गुल मोहर, गुल राना, गुल लाला, गुलाब, गेंदा, ग्लैडियोला, चंपक, चमेली,जवाकुसुम, जिरेनियम, जीनिया, जूही, जोक्विल, टेसू, ट्यूलिप, डाहलिया, डेज़ी, डैफ़ोडिल, नरगिस, नागचंपा, पलाश, पाटल, पाटलि, पैंज़ी, पैटूनिया, पोइनसेटिया, प्रिमरोज़, फगुनिया, बटरकप, बालसम, बिगनबेलिया, बिगोनिया, बेला, मयूरशिखा, महुआ, माधवी, मार्निंग ग्लोरी, मालती, मुर्ग़केश, मैग्नोलिया, मोगरा, मोतिया, मौलसिरी, रजनीगंधा, रात की रानी, लैबरनम, शिरीष, सदाबहार, सूरजमुखी, सूर्यकांत, सौसन, हज़ारा, हनीसकल, हालीहाक .
कोई beautiful or beauty, या sweet taste के अंतर को कैसे समझाएगा -
- beautiful
aesthetic (सुरुचिपूर्ण) 405.18; angelic (देवदूतीय) 720.31; artistic (कलात्मक) 405.21; beautiful (सुंदर) 176.13; beautiful-bodied (सुंदरकाय) 175.17; befitting (शोभनीय) 253.29; dandyish (छबीला/छबीली) 248.9; delicate (सुकुमार) 175.14; fairylike (अप्सरासमान) 720.33; fashionable (फ़ैशनानुकूल) 248.11; flowerlike (पुष्प जैसा) 128.18; gift-wrapped (गिफ़्ट रैप्ड) 914.14; heavenly (नैसर्गिक) 4.30; lovable (प्रेम्य) 388.42; praise(s) (प्रशंसा (सूची)) 430.10; sexy (कामाकर्षक) 266.41; shapely (सुडौल) 176.17; spectacular (भव्य) 253.28; well-made (सुनिर्मित) 515.28s
- beauty
adornment (सिंगार) 247.3; artfulness (कलात्मकता) 405.17; beautiful woman (सुंदर स्त्री) 176.4; beauty (सौंदर्य) 176.1; heavenly fairy (जन्नत की परी) 720.२५
हिंदी–इंग्लिश डिक्शनरी ऐंड इंडैक्स
सुंदर और सुंदरता
- सुंदर
अप्सरासमान (fairylike) 720.33; आभूषित (ornamented) 249.49; उत्सवपूर्ण (festive) 731.14; कढ़ाईदार (embroidered) 562.26; कलात्मक (artistic) 405.21; कल्याणकारी (benign) 664.17; कामाकर्षक (sexy) 266.41; दक्षतापूर्ण (expert (work)) 325.34; दर्शनीय (worth seeing) 407.28; देवदूतीय (angelic) 720.31; नैसर्गिक (heavenly) 4.30; पुष्प जैसा (flowerlike) 128.18; (प्रशंसा (सूची)) (praise(s)) 430.10; प्रसाधित (groomed) 247.93; प्रेम्य (lovable) 388.42; भव्य (spectacular) 253.28; रोचक (interesting) 407.27; विचरणीय (strollable) 965.21; शोभनीय (befitting) 253.29; सुंदर (beautiful) 176.13; सुंदरकाय (beautiful-bodied) 175.17; सुंदर पुरुष (beautiful man) 176.2; सुरम्य (idyllic) 587.31; सुरुचिपूर्ण (aesthetic) 405.18; सुवेशित (well-dressed) 566.31
- सुंदरता
कलात्मकता (artfulness) 405.17; सौंदर्य (beauty) 176.1
यह और अधिक सूचना के लिए अनेक अंग्रेज़ी –हिंदी समानार्थी ,संकल्पनाएँ और संदर्भ भी प्रस्तुत करता है
beauty
- n allure, appeal, attractiveness, beautifulness, bonniness, charm, comeliness, complexion, cuteness, daintiness, delicacy, delight, divinity, elegance, enchantment, exquisiteness, fairness, fine appearance, glamour, glory, good looks, gorgeousness, grace, handsomeness, harmony, looks, loveliness, majesty, niceness, personableness, prettiness, seductiveness, winsomeness, Ÿattractiveness, Ÿbody glow, Ÿesthetic sense, Ÿfairy, Ÿglamour, Ÿpoetic figure, Ÿseductiveness, Ÿsex appeal,Ÿshapeliness, Ÿvital statistics, wugliness.
सौंदर्य
सं अच्छाई, अपील, अभिरामता, अलौकिकता, आकर्षकता, आकर्षण, आभा, ओज, कमनीयता, कशिश, काम्यता, कोमलकायता, कोमलता, कोमलांगता, ख़ुशनुमाई, ख़ूबरूई, ख़ूबसूरती, ग्लैमर, चारुता, छबि, छवि, जमाल, जादू, ज़ेब, दीप्ति, नज़ाक़त, नफ़ासत, निकाई, पानी, प्रियदर्शनता, फबन, बाँकपन, ब्यूटी, मधुरता, मनमोहकता, मनोरमता, मनोहरता, माधुर्य, मृदुलता, मोहिनी, रंगरूप, रमणीयता, रानाई, रुचिरता, रुचिराई, रूप, रूपमत्ता, रूपरंग, रूपवत्ता, रूपश्री, रूपसंपदा, रौनक़, ललामी, लालित्य, लावण्य, लुनाई, वजाहत, शृंगार, शोभा, श्री, सज, सम्मोहकता, सम्मोहन, सम्मोहिनी, सरूपता, सलोनापन, सुंदर काया, सुंदरता, सुंदरताई, सुंदर रूप, सुकुमारता, सुकोमलता, सुदर्शनता, सुरूपता, सुषमा, सुहानापन, सौष्ठव, हुस्न, हृदयग्राहिता, Ÿअंगदीप्ति, Ÿआकर्षकता, Ÿकाम आकर्षण, Ÿकाव्य अलंकार, Ÿग्लैमर, Ÿप्रेम्यता, Ÿवाइटल स्टैटिक्स, Ÿसम्मोहिनी, Ÿसुडौलता, Ÿसौंदर्य बोध, कुरूपता
Besides various shades of meaning, synonyms and antonyms …
it also provides lists of beautiful men and women
all over the world..
The lists of beautiful men and women are truly cross-cultural and international.
- beautiful man
n blade, brick, card, cavalier, chevalier, dapper, debonair, handsome, hunk, Prince Charming, smasher, swain, tall dark and handsome, Ÿbeautiful men (list), Ÿbeautiful woman, Ÿbeefcake, wugly person.
- सुंदर पुरुष
सं अलबेला, आँख का तारा, कांत, गर्वीला, गुलफ़ाम, चारु, चारुलोचन, छबीला, छैला, देवता, नूरा, प्रियदर्शी, बंकिम, बाँका, मनहर, मनोज, मनोज्ञ, रमण, रसिक, रसीला, ललित, लोना, शकील, शाहिद, शोभाधर, श्रील, सजीला, सुंदर, सुदर्शन, Ÿसुंदर पुरुष (सूची), Ÿबीफ़केक, Ÿसुंदर स्त्री, wकुरूप पुरुष.
- beautiful men (list)
n Adonis, Aniruddha, Apollo, Ashvini Kumar, Frey, god, Helios, Hyperion, Kamdev, Krishna, Nakul Sahdev, Narcissus, Pradyumn, Yusuf, Ÿbeautiful man.
- सुंदर पुरुष (सूची)
सं अपोलो, अश्विनीकुमार, ऐडोनिस, कामदेव, कृष्ण, नकुल सहदेव, नार्सीसस, प्रद्युम्न, फ़्रे, यूसुफ़, सूर्य, हाइपेरियोन, हीलियोस, Ÿसुंदर पुरुष.।
सुंदर व्यक्ति मधुर, सलोना या ओजस्वी भी हो सकता है...
sweet (person) adj sweet.
माधुर्यपूर्ण (व्यक्ति) वि मधुमय, मधुमान/मधुमती, मधुर/मधुरा, माधुर्यपूर्ण, मीठा/मीठी, रसमसा/रसमसी, रसवंत/रसवंती, रसवान/रसवती, रसाल, रसाली/रसालिनी, रसीला/रसीली, शरबती, सरस, Ÿलावण्ययुक्त.
savourous (person) adj savourous, winsome.
लावण्ययुक्त वि नमकीन, लावण्यमय, लावण्यवान, लोना/लोनी,
सलोना/सलोनी.
radiant (person) adj Ÿbeautiful.
दीप्तांग वि अनवर, ओजस्वी, जलाली, तेजस्वी, दमकीला/दमकीली, दीप्तवर्ण, दीप्तांग/दीप्तांगिनी, नूरा/नूरी, Ÿसुंदर
सुंदर व्यक्ति सुडौल और सुघड़ भी हो सकता है ....
Shapely
adj balanced, beautiful, becoming, buxom, comely, fair, fit, good-looking, graceful, lissome, lithe, lovely, personable, proportionate, proportioned, sculpturesque, statuesque, supple, trim, well-balanced, well-built, well-designed, well-formed, well-made, well-proportioned, Ÿbeautiful, Ÿwell-built, Ÿworth seeing, wgrotesque, wunshapely.
सुडौल
वि अंचित, अच्छा/अच्छी, अनवद्य, अनिंद्य, अनुपातयुक्त, आकारवान, आनुपातिक, कमनीय/कमनीया, ख़ुशनुमा, गात्रवान, दर्शनीय, निर्दोष, फ़ुरसत में बना, भद्राकृति, रूपमान, रूपवंत/रूपवंती, रूपवान/रूपवती, वपुष्मान, वरतनु, वरांग, वरांग/वरांगना, वरांगी/वरांगिणी, संतुलित,सममित, सम्मित, साँचे में ढला, सानुपात, सानुपातिक, सुकल्पित, सुकुमार/सुकुमारी, सुगठित, सुगढ़, सुघड़, सुघर, सुढार, सुदेह, सुनिर्मित, सुरचित, सुरेख, सुषम, सुष्ट, सौम्याकार, सौष्ठवŸदर्शनीय, Ÿसुंदर, Ÿसुगठितकाय,
आइए ,देखें “गुरु”शब्द के कितने ----- व्युत्पादक और संदर्भ हो सकते हैं....
गुरु शब्द की इतनी अर्थछटाएँ हैं:
अध्यापक (teacher) / उपदेशक (preacher) / कठिन (difficult) / कुटिल (wicked) / कूटनीतिकुशल (crafty (person))/ कूटयुक्तिकार (crafty person)/गुरु (guru) /ज्ञानदाता (enlightener) / दक्ष (expert) दक्ष व्यक्ति (expert person)/ दीर्घ मात्रायुक्त (having a long vowel sign) दुर्जन व्यक्ति (scoundrel) / द्रोणाचार्य (Dronacharya) /धर्माचार्य (ecclesiast) / नवग्रह (सूची) (nine planet(s)) / प्रशिक्षक (trainer) / बृहत् (large) / बृहस्पति (Brihaspati) /भारयुक्त (having weight) / मुरशिद (murshid) / राग गायक (classical singer) / विद्वान (scholar) / विशेषज्ञ (specialist) / शुक्राचार्य (Shukracharya) /संगीतकार (music composer) /सिख गुरु (Sikh Guru) /सिद्ध कलाकार (master artist).
“गुरु” शब्द के व्युत्पन्न रूप
गुरुआइन /गुरुआई/गुरुआनी/गुरुकुल/गुरुकु ल गमन/गुरुकुलप्रवेश
/गुरुकुलवासी/गुरुगंभीर/गुरुगृ ह/गुरुगोविंदसिंह/गुरुग्रंथ /गुरुग्रंथ साहिब/गुरुघंटाल/गुरुघात/गुरुघा ती/गुरुघ्न/गुरुजन/ गुरु
जन्मदिवस/गुरपर्ब /गुरुज्ञान/गुरुमंत्र /गुरुतर प्रतिप्रहार <ईँट का जवाब पत्थर (tit for tat) >/गुरुता / गुरुताई/गुरुत्व/गुरुत्वाकर्षण / गुरुत्वाकर्षणमाप/ गुरुत्वाकर्षण हीन/ गुरुत्वाकर्षणहीनता/गुरु दक्षिणा/
गुरु दक्षिणा संस्कार/ गुरुदीक्षा/ गुरु द्रोण/ गुरुद्वारा/ गुरुद्वारा दीवान/ गुरुद्वारा लंगर/गुरु नानक/ गुरु पत्नी/ गुरुपन/ गुरुता / गुरु परंपरा/गुरुशिष्य परंपरा/ गुरु पुण्यदिवस/गुरपर्ब / गुरु पूर्णिमा/ गुरुभाई/
गुरु भाव /
गुरुमंत्र/गुर /गुरुमंत्र दाता/ गुरुमंत्रदान/ गुरुमंत्र देना/ गुरुमंत्रलेना/ गुरुमुख/ गुरुरत्न / गुरु रसायन / गुरुवादी /गुरुवार/ गुरु शिष्य /
गुरु शिष्य परंपरा/ गुरु शुल्क/ गुरु दक्षिणा /गुरु साहब/ गुरु हत्या/
गुरुघात / गुरुहीन/ गुरुहीन शिक्षण/गुरूपूजा
Teacher
n academic, academician, coach, don, educationist, educator, enlightener, faculty member, fellow, instructor, lecturer, man of letters, master, mentor, pandit, pedagogue, pedant, preceptor, pundit, reader, scholar, schoolmaster, tutor, ++assistant teacher, ++chancellor, ++guru, ++headmaster, ++lecturer, ++private teacher, ++professor, ++registrar, ++teacheress, ++trainer, ++enlightener, ++faculty, ++invigilator, ++school, xxdisciple, xxstudent.
अध्यापक
सं अनुशास्ता, आख्याता, आचार्य, उपाध्याय, गुरु, ज्ञानी, टीचर, ट्यूटर, पंडित, भट्टाचार्य, मास्टर, मास्टर जी, मियाँ जी, मुदर्रिस, मौलवी, विद्वान, शास्ता, शिक्षक, शिक्षादाता, स्कूल टीचर, स्कूल मास्टर, ++अध्यापिका, ++उपशिक्षक, ++ कुलपति, ++ गुरु, ++ निजी शिक्षक, ++प्रदर्शक शिक्षक, ++प्रधान अध्यापक, ++प्रशिक्षक, ++प्राध्यापक, ++रजिस्ट्रार, ++लैक्चरर, ++अध्यापक वर्ग, xxविद्यार्थी, xxशिष्य.
teacheress
n female teacher, mistress, schoolmarm, schoolmistress.
अध्यापिका
सं उस्तानी, गुरुआनी, बहन जी, मिस, शिक्षिका.
गुरुमंत्र के पर्यायवाची
- gurumantra
n initiatory instruction, spiritual formula, ++accepting religion, ++aphorism, ++Baptism, ++initiation into a religion, ++know-how, ++mantra, ++motto, ++secret mantra, ++sermon.
- गुरुमंत्र
सं कान में फूँका मंत्र, कान में सुनाया मंत्र, गुप्त मंत्र, गुरमंतर, गुरुज्ञान, बीजमंत्र, महामंत्र, रहस्य मंत्र, ++उपदेश, ++गुप्त रहस्य, ++गुर, ++धर्मग्रहण, ++धर्मदीक्षा, ++नीतिवाक्य, ++मंत्र, ++सूत्रवाक्य.
अँगूठा और अँगूठी के व्युत्पन्न रूप
- अँगूठा
अँगूठा (thumb) /अँगूठा निशान (thumb impression) /पैर अँगूठा (foot large toe) /अँगूठा चूमना/ उँगली छाप (fingerprint) /अँगूठाछाप (illiterate) /अँगूठा दिखाना/ (disobey) /अँगूठा ध्वनि (snapping).
- अँगूठी
अँगूठी (ring) / आभूषण (सूची) (jewellery(ies)) / अँगूठी पहनाई >सगाई (betrothal) /अँगूठी बदलना> वाग्दान करना (betroth) /अँगूठे से चौथी उँगली> कनिष्ठिका उँगली (little finger) / अँगूठे से तीसरी उँगली>अनामिका उँगली (ring finger) /अँगूठे से दूसरी उँगली>मध्यमा उँगली (middle finger) / अँगूठे से पहली उँगली> तर्जनी उँगली (forefinger).
अंग्रेज़ी और हिंदी शब्दावली एक मुक्त नीति अपनाती हैं :
Words like aahuti, ashram, brahmacharya, brahmachari, grihastha, vanprastha, vanprasthi, samnyas, samnyasi, aarati, aahuti, abhisar, abhisarika, Allah, roza, Subhan Allah, Namaskar, Ram Ram, Adab, Salam valekum, Sat Sri Akal, find their rightful place with appropriate English equivalents
as do gods' names such as Buddha, Mahavir, Jesus, Mohammed.
संस्कृत दार्शनिक शब्द जैसे अद्वैतवाद , सांख्य ,भक्तियोग और पंचभूत भी सम्मिलित किए गए हैं ।
एक अच्छी –खासी संख्या नए शब्द –निर्माण , देशज/क्षेत्रीय शब्दों की है । उर्दू और अंग्रेज़ी शब्द भी सम्मिलित किए गए हैं ताकि थिसॉरस में विस्तृत चयन का अवसर हो ।
अथ, अलिफ़ लाम मीम, बिस्मिल्ला, फ़ैड, उन्माद, कल्ट, क्रेज़,दीवानगी, नावल्टी, मैनिया, शौक़, धज, धजा, न्यू लुक,
खेल ख़तम पैसा हज़म, तमाम, तमामशुद, पूर्णमिदं, बतकही, बतियार, बातचीत, वाकोपवाक्य, सलाम पयाम,
छबीली, गुड़िया, चमक चाँदनी, चमक्को, छमक छल्लो, छैल छबीली, तड़कीली, भड़कीली, तितली, धजीली, बनी ठनी, बाँकी, सजी धजी, सजीली, सुवेशिनी.
पदबंध और मुहावरे भी काफी संख्या में सम्मिलित किए गए हैं
- yes idiom absolutely, agreed, all right, alright, amen, A-OK, as you wish, aye, aye aye, by all means, certainly, fine, for certain, for sure, granted, hai, I agree, indeed, no problem, of course, oh yes, OK, okay, pukka, right, righto, sure, true, very well, well, yay, yea, yeah, yep, yup.
- 375.41 हाँ मु अच्छा, अच्छा जी, अलबत्ता, अवश्य, ओके, क्यों नहीं, ख़ुशी से, ज़रूर, जी, जी हाँ, जो आज्ञा, ठीक, ठीक है, तय रहा, पक्का, पक्का है, पक्के तौर पर, बिल्कुल, बेशक, बेहतर, यस, हाँ जी, हाँ जी हाँ, हाँ हाँ, हाँ हाँ हाँ.
कोशकार का अपने कोश बारे में कथन
मुझे एक अनोखी पुस्तक के बारे में पता चला. पुस्तक का पूरा नाम था रोजट्स थिसारस आफ़ इंग्लिश वर्ड्स ऐंड फ़्रेज़ेज़. संक्षेप में उसे रोजट्स थिसारस ही कहते थे और हैं. मैं ने यह छोटी सी किताब तुरंत ख़रीद ली. फ़्राँसीसी मूल के कला-नाटक समीक्षक, इंजीनियर, वैज्ञानिक पीटर मार्क रोजट ने इस किताब के शब्दों का संकलन एक बिल्कुल नए क्रम से किया था. रोजट की हालत भी मेरे जैसे ही हुआ करती थी. उसे शब्द चाहिए होते थे, मिलते नहीं थे. उस ने अपने निजी काम के लिए जो सूची बनाई, वही बाद में महान पुस्तक बन गई. 1852 में छपते ही यह पुस्तक लोकप्रिय हो गई थी. इस के छपने के 101 साल बाद दिल्ली में मैं ने इस का जो संस्करण ख़रीदा वह लगभग इसी आउटडेट संस्करण का पुनर्मुद्रण था.
यह था मेरे जीवन का सब से बढ़िया ख़ज़ाना जो मुझे मिला. मानो किसी ने मुझ अली बाबा को शब्दों के रत्न भंडार में घुसने का सिम सिम खुल जा मंत्र बता दिया हो. दिन में कैरेवान के संपादन विभाग में काम करता था, रात में बी.ए. में पढ़ रहा था. सारी पढ़ाई अँगेरजी में होती थी. हिंदी से अँगरेजी में अनुवाद करना होता था. दूसरों के अंगरेजी में लिखे को जहाँ तक हो सके सुधारना होता था. नए नए शब्दों की ज़रूरत होती. लेखक के किसी एक शब्द के लिए मैं दूसरा कौन सा शब्द डालूँ, इस में कोशों से सहायता मिलती ही नहीं थी. अब रोजट में मुझे अधिकाधिक शब्द मिलने लगे. पहले तो मैं रोजट की किताब केवल शब्द खोजने के लिए खोलता था. कोई भी पन्ना खोलता और ठगा सा रह जाता. फिर तो जब चाहे किताब खोलना, पढ़ना, पढ़ते रहना मेरे लिए लाभप्रद मनोरंजन बन गया.
- तभी मैं ने चाहा था कि हिंदी में भी कोई ऐसी किताब हो.
हाँ, यह ज़रूर है कि तब मैं ने यह कभी नहीं सोचा था कि कभी पैंतालीस साल बाद एक दिन सन 1996 के दिसंबर में मैं और कुसुम भारत के पहले आधुनिक बृहद थिसारस समांतर कोश की पहली प्रति राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को भेंट करेंगे. यह सुखद घटना भी मुझे मिले इस ख़ज़ाने का तब अकल्पित अप्रत्याशित परिणाम थी.रोजट को ही ले कर एक और बात यहीं कह दूँ. विषयांतर तो होगा पर ठीक रहेगा. पश्चिमी देश हमेशा दावा करते हैं कि कोशकारिता का आरंभ वहाँ हुआ था. वहाँ कोशों के किसी इतिहास में भारत का ज़िक्र नहीं होता. स्वयं रोजट इस भ्रम या सुखभ्रांति में थे कि उन का थिसारस संसार का पहला थिसारस है. पुस्तक छपते छपते उन्हों ने सुना कि संस्कृत में किसी अमर सिंह ने यह काम छठी सातवीं सदी में ही कर लिया था. कहीं से अमर कोश का कोई अँगरेजी अनुवाद उन्हों ने मँगाया, इधर उधर पन्ने पलट कर देखा और भूमिका में फ़ुटनोट में टिप्पणी कर दी कि 'मैं ने अभी अभी अमर कोश देखा, ‘19वीं सदी के ब्रिटेन में शब्दों के वर्गीकरण वैज्ञानिक आधार पर करने का फ़ैशन था. लिहाज़ा रोजट के थिसारस में परस्पर संदर्भ मनोस्वाभाविक न हो कर वैज्ञानिक हैं. कई बार उस में आदमी के मनो संबंध नहीं बनते. एक दो उदाहरण काफ़ी हैं. गेहूँ और केले की गणना घासों में की गई है. परिणाम यह है कि गेहूँ और केला आपस में संबद्ध हैं, जब कि आम आदमी गेहूँ को अनाज और केले को फल से जोड़ कर देखता है. लोहे की गिनती धातुओं में है और इस्पात की मिश्र धातुओं में. दोनों एक दूसरे से बहुत दूर रखे गए हैं, और हमें एक से दूसरे तक नहीं ले जाते.थिसारसकार यह मान कर चलता है कि उसे काम में लाने वाले किसी लेखक, अनुवादक, विज्ञापन लेखक, या आप को और मुझे--भाषा आती है. लेकिन हमें किसी ख़ास शब्द की तलाश है. वही रात वाला उदाहरण आगे बढ़ाता हूँ. मुझे रात नहीं तो रात का कोई और शब्द आता होगा, जैसे रजनी. नहीं तो मुझे शाम याद होगी,सुबह याद होगी. या दिन याद होगा. अब मुझे क्या करना है? बस थिसारस के अनुक्रम खंड में इन में से कोई एक शब्द खोज कर उस का पता नोट करना है. हमारे थिसारसों में क्यों कि थिसारस खंड और अनुक्रम अलग अलग जिल्दों में हैं, तो बस वह पेज खोल कर अपने सामने रखना है जहाँ वह शब्द है और उस का पता लिखा है. उस पते पर थिसारस में ढेर सारे शब्द मिल ही जाएँगे. रजनी से हम सीधे रात तक पहुँचेंगे, शाम, सुबह या दिन तो भी मैं एक दो पन्ने आगे पीछे पलट कर वहीं पहुँचेंगे जहाँ रात के सारे शब्द लिखे हैं. ये सभी उदाहरण मैं ने अपने समांतर कोश से लिए हैं.थिसारसों में भी सामाजिक संदर्भ होता है। थिसारस बनाने वाले का काम है कि इन संदर्भों की तलाश करे. ओर अपनी किताब में इन का संकलन करे. उसे अपने समाज की मानसिकता के आधार पर काम करना होता है. एक चीज़ के लिए बहुत सारे लिंक बनाने होते हैं, ताकि किताब का उपयोग करने वाला किसी भी जगह से, कोण से, मनवांछित शब्द तक पहुँच सके. कई बार ये लिंक फ़ालतू से, जाने पहचाने से अनावश्यक लग सकते हैं. पर यही थिसारस की जान होते हैं ।
अपने कोशों के लिए वैब्स्टर ने 20 भाषाएँ सीखीं ताकि वह अँगरेजी शब्दों के उद्गम तक जा सके. आप को जान कर आश्चर्य होगा और प्रसन्नता भी कि उन भाषाओं में एक संस्कृत भी थी. तभी उस कोश में अनेक अँगरेजी शब्दों का संस्कृत उद्गम तक वर्णित है. मैं पिछले तीस सालों से वैब्स्टर कोश का न्यू कालिजिएट संस्करण काम में ला रहा हूँ. मुझे इस में मेरे काम की हर ज़रूरी सामग्री मिल जाती है. यहाँ तक कि भारोपीय मूल वाले अँगरेजी शब्दों के संस्कृत स्रोत भी. समांतर कोश के द्विभाषी संस्करण द पेंगुइन इग्लिश-हिंदी/हिंदी-इंग्लिश थिसारस ऐंड डिक्शनरी पर काम करते करते कई बार तो अनपेक्षित जगहों पर भी शब्दों के संस्कृत मूल मिल गए. पता चला कि ईक्विवैलेंट, बाईवैलेंट जैसे शब्दों के मूल में है संस्कृत का वलयन. एअर यानी हवा का मूल संस्कृत ईर में है, सोनिक के मूल में हैं संस्कृत के स्वन और स्वानिक. कई बार मैं सोचता था--काश, डाक्टर रघुवीर की टीम ने और बाद में तकनीकी शब्दावली बनाने वाले सरकारी संस्थानों ने ये संस्कृत मूल जानने की कोशिश की होती! उन के बनाए शब्दों को एक भारतीय आधार मिल जाता और लोकप्रियता सहज हो जाती. ख़ैर, उन लोगों ने जो किया वह भी भागीरथ प्रयास था... कोश कई तरह के होते हैं. किसी भाषा के एकल कोश, जैसे ऊपर लिखे अँगरेजी कोश या हिंदी से हिंदी के कोश. इन में एक भाषा के शब्दों के अर्थ उसी भाषा में समझाए जाते हैं. कोश द्विभाषी भी होते हैं. जैसे संस्कृत से अँगरेजी के कोश. सन 1872 में छपी सर मोनिअर मोनिअर-विलियम्स की (बारीक़ टाइप में 8.5"x11.75" आकार के तीन कालम वाले एक हज़ार तीन सौ तैंतीस पृष्ठों की अद्वितीय संस्कृत-इंग्लिश डिक्शनरी इस का अनुपम उदाहरण है. या आजकल बाज़ार में मिलने वाले ढेर सारे अँगेरेजी-हिंदी कोश और हिंदी-अँगरेजी कोश. इन का उद्देश्य होता है एक भाषा जानने वाले को दूसरी भाषा के शब्दों का ज्ञान देना. जिस को जिस भाषा में पारंगत होना होता है या उस के शब्दों को समझने की ज़रूरत होती है, वह उसी भाषा के कोशों का उपयोग करता है. मुझे रात के लिए अँगरेजी शब्द चाहिए तो मैं हिंदी-अँगरजी कोश खोलूँगा. यदि नाइट की हिंदी चाहिए तो इंग्लिश-हिंदी डिक्शनरी काम में लाऊँगा. लेकिन मुझेरात का पर्यायवाची चाहिए, या दिन का, या राम का, या रावण का... या मुझे समय बताने वाले किसी उपकरण का नाम चाहिए, तो क्या वह कोश में मिल सकता है? मैं जानता हूँ, और आप भी जानते हैं, कि इस दिशा में कोई कोश हमारी कैसी भी मदद नहीं करता. यहाँ काम आता है थिसारस ।
सारांश में कहा जा सकता है कि इस प्रकाशन कार्य से संसार में कोशकारिता का एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है –
- यह ग्रंथ न केवल पर्यायों और विपर्यायों का महाभंडार है, बल्कि आज के ग्लोबल संसार में अत्यावश्यक सांस्कृतिक, भौगोलिक, दार्शनिक विषयों की सूचना से भरी सहज हैंडबुक भी है.।
- यह थिसॉरस और डिक्शनरी अपनी तरह का एकमात्र और अद्भुत भाषाई संसाधन है.।
- यह किसी भी शब्दकोश और थिसॉरस से आगे की चीज़ है.।
- इतना बड़ा और इतने अधिक शीर्षकों और उपशीर्षकों वाला संयुक्त द्विभाषी थिसॉरस और कोश इससे पहले नहीं था.।
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संदर्भ लेख और व्याख्यान :
अरविंद कुमार: कोश : समांतर कोश और अनुवाद... भारतीय अनुवाद परिषद
विजय कुमार मल्होत्रा : द पेंगुइन इंग्लिश-हिंदी /हिंदी –इंग्लिश थिसॉरस ऐंड डिक्शनरी
प्रस्तुति : जैजैवंती कार्यक्रम ;2008
अरविंद कुमार : CONCEPT & PROCESS OF BUILDING HINDI THESAURUS
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अपडेट -
हिंदी अकादमी, दिल्ली ने हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अरविंद कुमार जी को वर्ष 2010-2011 के हिंदी अकादमी शलाका सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
उनकी पुत्री ने ईमेल से बताया है कि -
"बड़े हर्ष के साथ मैं आप को यह शुभ समाचार दे रही हूँ कि अरविंद कुमार जी की वैबसाइट http://arvindlexicon.com 24 जून की शाम से ऑनलाइन हो रही है.
पहले यह साइट 15 अगस्त से लांच करने का निश्चय था. लेकिन जब से अरविंद जी को हिंदी अकादेमी दिल्ली की ओर से शलाका सम्मान मिलने की घोषणा हुई तो हमारे ऑरोवील कार्यालय ने तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया. और सम्मान समारोह की शाम से ही उसे ऑनलाइन करने का फ़ैसला कर लिया. जल्दी जल्दी में सारा काम होने से हो सकता है कहीं कोई कमी रह गई हो. आशा है सभी शुभचिंतक हर कमी की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करते रहेंगे और अपने सुझाव भी देंगे."
अरविंद कुमार जी के परिचय के लिए यहाँ देखें -
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अपडेट -
हिंदी अकादमी, दिल्ली ने हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अरविंद कुमार जी को वर्ष 2010-2011 के हिंदी अकादमी शलाका सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
उनकी पुत्री ने ईमेल से बताया है कि -
"बड़े हर्ष के साथ मैं आप को यह शुभ समाचार दे रही हूँ कि अरविंद कुमार जी की वैबसाइट http://arvindlexicon.com 24 जून की शाम से ऑनलाइन हो रही है.
पहले यह साइट 15 अगस्त से लांच करने का निश्चय था. लेकिन जब से अरविंद जी को हिंदी अकादेमी दिल्ली की ओर से शलाका सम्मान मिलने की घोषणा हुई तो हमारे ऑरोवील कार्यालय ने तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया. और सम्मान समारोह की शाम से ही उसे ऑनलाइन करने का फ़ैसला कर लिया. जल्दी जल्दी में सारा काम होने से हो सकता है कहीं कोई कमी रह गई हो. आशा है सभी शुभचिंतक हर कमी की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करते रहेंगे और अपने सुझाव भी देंगे."
अरविंद कुमार जी के परिचय के लिए यहाँ देखें -
अरविंद कुमार: बाल श्रमिक से शब्दाचार्य तक की यात्रा
- कविता वाचक्नवी
इस कोश का मूल्य कितना है?
जवाब देंहटाएंअपडेट -
जवाब देंहटाएंहिंदी अकादमी, दिल्ली ने हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अरविंद कुमार जी को वर्ष 2010-2011 के हिंदी अकादमी शलाका सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
उनकी पुत्री ने ईमेल से बताया है कि -
"बड़े हर्ष के साथ मैं आप को यह शुभ समाचार दे रही हूँ कि अरविंद कुमार जी की वैबसाइट http://arvindlexicon.com 24 जून की शाम से ऑनलाइन हो रही है.
पहले यह साइट 15 अगस्त से लांच करने का निश्चय था. लेकिन जब से अरविंद जी को हिंदी अकादेमी दिल्ली की ओर से शलाका सम्मान मिलने की घोषणा हुई तो हमारे ऑरोवील कार्यालय ने तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया. और सम्मान समारोह की शाम से ही उसे ऑनलाइन करने का फ़ैसला कर लिया. जल्दी जल्दी में सारा काम होने से हो सकता है कहीं कोई कमी रह गई हो. आशा है सभी शुभचिंतक हर कमी की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करते रहेंगे और अपने सुझाव भी देंगे."
अरविंद कुमार जी के परिचय के लिए यहाँ देखें
http://www.network6.in/2011/06/%E0%A4%85%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B2-%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%B8/
बहुत बडा काम होगा भाषा और साहित्य के लिए। अरविंद कुमार जी को पुरस्कार और इस वृहद कार्य के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंअरविन्द जी को बधाई!
जवाब देंहटाएं(पता नहीं कि आपने अपने ब्लॉग पर 'राइट क्लिक' करके कॉपी करने की सुविधा जानबूझकर हटाया है या अनजाने में। मेरा विचार है कि यह कदम हिन्दी के प्रचार-प्रसार में एक बाधा है। कॉपी-पेस्ट को बढावा दिया जाना चाहिये। )
हमारे अधिकांश विचार दूसरों के या दूसरों से सीखे होते हैं। हम उनमें 'नमक के समान' थोड़ा सा कुच्ह 'डाल' देते हैं जिससे उसका मूल्यवर्धन हो जाता है।
@ अनुनाद जी
जवाब देंहटाएं१ ) मेरे ब्लॉग्स के लेखों की प्रति हिन्दीभारत (http://groups.yahoo.com/group/HINDI-BHARAT/) व हिन्दी यूएसए ग्रुप्स के माध्यम द्वारा हजारों हजार लोगों तक स्वयं मेरे द्वारा ही भेजी जाती है. जहाँ से जाने कितनों को आगे अग्रेषित होती रहती हैं.
२) किसी भी ब्लॉग पते के आगे स्लैश और व्यू (/view) लगाते ही सब कुछ खुला है , सो इस ब्लॉग का भी.