वे मुझ से कह कर जाते....



 वे मुझ से कह कर जाते....

मैथिलीशरण गुप्त




2 टिप्‍पणियां:

  1. मथिली जी के शब्द-भाव और आपके स्वर
    ऐसे मिले जैसे ''यशोधरा'' की यथार्थ
    छवि उभर आई .

    सुन्दर लगा |

    धन्यवाद ...

    जवाब देंहटाएं
  2. सखी ...मुझसे वो कह कर जाते ...
    भावुक कर दिया ...!!

    जवाब देंहटाएं

आपकी सार्थक प्रतिक्रिया मूल्यवान् है। ऐसी सार्थक प्रतिक्रियाएँ लक्ष्य की पूर्णता में तो सहभागी होंगी ही,लेखकों को बल भी प्रदान करेंगी।। आभार!

Comments system

Disqus Shortname